मालखरौदा: २०२२ से शिक्षकों की कमी का दंश झेल रहे विद्यार्थियों ने आत्मानंद स्कूल मालखरौदा में ताला जड़ा

 २०२२ से शिक्षकों की कमी का दंश झेल रहे विद्यार्थियों ने आत्मानंद स्कूल मालखरौदा में ताला जड़ा

मालखरौदा। आज अल सुबह आत्मानंद हिंदी माध्यम स्कूल, मालखरौदा के विद्यार्थियों की भीड़ स्कूल के दरवाजे खड़े होकर नारेबाजी करते हुए मुख्य द्वार पर तला जड़ दिया। 

विदित हो कि २०२२ में तत्कालीन सरकार ने पूर्व से संचालित  शासकीय स्कूल, मालखरौदा को आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल में तब्दील कर दिया गया परंतु हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए शिक्षकों की व्यवस्था नदारद रही जिससे विद्यार्थियों की समस्या दिन ब दिन बढ़ती गई जिससे अभिभावक किसी तरह निजी व्यवस्था से बच्चों की पढ़ाईबकी व्यवस्था अब तक करती रही है, पर इस बार बच्चों के सब्र का बांध फूट पड़ा और बच्चे स्कूल के मुख्य द्वार में ताला जड़ दिए और आकृषित होकर तत्काल शिक्षकों की व्यवस्था करने की मांग को लेकर नारेबाजी करते रहे, जिसकी खबर स्थानीय नेताओं के माध्यम से जब शासन प्रशासन तक पहुंची और एस डी एम, तहसीलदार, जिला शिक्षा अधिकारी, पुलिस बल पहुंची तब तक पालकों और जनप्रतिनिधियों में से भी लोग पहुंचकर विद्यार्थियों की मांग का समर्थन कर रहे थे।

आखिरकार, जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती कुमुदिनी बाघ द्विवेदी ने तत्काल लिखित में तीन शिक्षकों की व्यवस्था का आदेश दिया तथा ७ दिवस में शेष शिक्षकों की व्यवस्था का आश्वासन दिया जिसके बाद बच्चों ने स्कूल का मुख्य द्वार खोला तब कहीं इंग्लिश मीडियम की कक्षाएं शुरू हो पाई।

एक तरफ तो सरकार युक्तियुक्त करण के तहत शासकीय स्कूलों को विद्यार्थिविहीन के नाम पर बंद कर दिया गया और शिक्षक विहीन स्कूल में पदस्थापना की गई तो वहीं आत्मानंद स्कूल में लगातार शिक्षकों की कमी निश्चित रूप से आक्रोश का कारण बन गया। अगर शासन प्रशासन समय रहते हुए  अगर व्यवस्था नहीं सुधरी तो मालखरौदा की तरह कई विद्यालयों में ताले जड़ जाएंगे।

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