शहडोल:पीएआई पोर्टल से हितधारक और अधिक होंगे सशक्त एवं सक्षम- सीईओ जिला पंचायत

सामाजिक-आर्थिक संकेतकों का उपयोग कर पंचायतों का करे विकास-सुश्री सौम्या आंनद

पंचायत उन्नति सूचकांक (पीएआई 2.0) पोर्टल का दिया गया प्रशिक्षण


शहडोल । पंचायत उन्नति सूचकांक ( पीएआई2.0) पोर्टल के क्रियान्वयन हेतु जिला पंचायत के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री सौम्या आनंद ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के छायाचित्र पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोंधित करते हुए उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत सचिव अपने-अपने पंचायतों में सामाजिक-आर्थिक संकेतकों का उपयोग करके पंचायतों के विकास के कार्य करें, ताकि अन्य पंचायतें प्रेरणा लेकर अपनी पंचायतों को बेहतर बना सकें। 

    उन्होंने कहा कि पीएआई पोर्टल का उद्देश्य सभी हितधारकों के लिए एक सामान्य एकीकृत मंच प्रदान करना, जो पीएआई से संबंधित डेटा संग्रह, सत्यापन, मान्यता और अन्य प्रक्रियाओं में सहयोगात्मक रूप से कार्य करें। यह पोर्टल पीएआई 2.0 से जुड़ी विभिन्न क्रियाओं जैसे डेटा संग्रहण, प्रबंधन, निगरानी और प्रशासन को स्वचालित करने में मदद करता है। साथ ही, यह ग्राम पंचायतों, ब्लॉक नोडल अधिकारियों, लेखा विभागों एवं उनके कार्यालयों, और संबंधित मंत्रालयों सहित सभी हितधारकों को सशक्त एवं सक्षम बनाएगा।

      अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत  मुद्रिका सिंह ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में बताया कि पंचायत उन्नति सूचकांक एक बहु-आयामी और बहु-क्षेत्रीय सूचकंाक है, जिसका उपयोग पंचायतों के समयबद्ध, समावेशी विकास, प्रदर्शन और प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। यह सूचकांक पंचायत के अधिकार क्षेत्र में आने वाले स्थानीय समुदायों की समृद्धि और विकास की स्थिति को समझने हेतु विभिन्न सामाजिक-आर्थिक संकेतकों और मापदंडों पर केंद्रित होता है। पंचायत उन्नति सूचकांक अधोसंरचनाः सड़क, बिजली, जल आपूर्ति, स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता, स्वास्थ्य और शिक्षा-स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच, शैक्षणिक संस्थान, साक्षरता दर और विद्यालयों में नामांकन की स्थिति, आर्थिक संकेतक, आय स्तर, रोजगार के अवसर, कृषि उत्पादकता और स्थानीय आर्थिक गतिविधियाँ, सामाजिक संकेतक गरीबी की दर, लैंगिक समानता, सामाजिक समावेशन और जीवन में समय गुणवत्ता शासन एवं प्रशासन स्थानीय शासन की दक्षता और पारदर्शिता, सार्वजनिक सेवाओं की डिलीवरी और नागरिकों की भागीदारी पर्यावरणीय स्थिरता पर्यावरण संतुलन, संरक्षण तथा सतत विकास जैसे अन्य कार्यों को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि  पीएआई पोर्टल के माध्यम से 18 अगस्त से 4 सितम्बर 2025 तक सर्वें का कार्य किया जा रहा है।  प्रशिक्षण में पोर्टल को लॉग-इन करना,  मास्टर डेटा, एलएसडीजी, सामग्री प्रबंधन,  सॉफ्टवेयर का स्क्रीनशॉट जैसे अन्य बिंदुओ पर विस्तृत जानकारियों से अवगत कराया गया। प्रशिक्षण में ग्राम पंचायतो के सचिव सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें।

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