शहडोल:भूगोल विभाग में शिक्षक दिवस पर हुआ सम्मान समारोह

भूगोल विभाग में शिक्षक दिवस पर हुआ सम्मान समारोह

पं. शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय, शहडोल

शहडोल। पं. शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग में विद्यार्थियों द्वारा शिक्षक दिवस सम्मान समारोह बड़े हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने गुरुजनों के प्रति आभार और सम्मान प्रकट किया।

समारोह की मुख्य अतिथि प्रो. गीता सराफ (परिसर प्राभारी, शहडोल) ने अपने उद्बोधन में आदर्श शिक्षक और आदर्श विद्यार्थी के गुणों का उल्लेख करते हुए गुरु-शिष्य संबंध की महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षा का संबंध केवल विषयज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवनभर चलने वाली सतत् प्रक्रिया है, जिसकी शुरुआत माँ से होकर विभिन्न रूपों में गुरु के मार्गदर्शन से होती है।

भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ. मुनीश सिंह नेगी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि “एक शिक्षक तभी सफल होता है जब उसके विद्यार्थी जीवन में अच्छे संस्कार और श्रेष्ठ चरित्र का निर्माण कर सकें। शिक्षा केवल रोजगार प्राप्त करने का साधन नहीं, बल्कि यह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का मार्ग है।”

वहीं, डॉ. सौरभ शिवा ने अपने उद्बोधन में कहा कि “विद्यार्थियों को सदैव जिज्ञासु बने रहना चाहिए। शिक्षा तभी सार्थक है जब वह हमें प्रश्न पूछने, समझने और नई दिशा में सोचने की प्रेरणा दे। गुरु-शिष्य का रिश्ता केवल कक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि जीवनभर मार्गदर्शन का आधार है।”

इस अवसर पर विजिटिंग फैकल्टी  अजय सिंह पटेल,  दिलीप मिश्रा,  दीपेश पारस और सुश्री पुष्पा साहू ने भी अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती पूजन से हुआ। बी.ए. की छात्राओं साक्षी, गीतांजली और रिया ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके पश्चात् अतिथियों व गुरुजनों का स्वागत पुष्पगुच्छ एवं श्रीफल भेंट कर किया गया। एम.ए. की छात्राएँ प्रतिमा और राखी ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम का संचालन एम.ए. की छात्रा भावना त्रिपाठी ने किया। एम.ए. के विद्यार्थियों ऋषि गुप्ता, कुलदीप तिवारी, पप्पू नायक और सिमरन सहित बी.ए. के अनेक विद्यार्थियों ने गुरुजनों के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए अपने विचार रखे।

समारोह की सफलता में फरसराम, इशिता, शालिनी, सुप्रिया, अभिषेक, शांति दहाई, दिव्या साहू, श्रद्धा, गणेश, अमित यादव, विद्या और सरोज सिंह सहित सभी विद्यार्थियों का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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