शहडोल:डित शंभूनाथ शुक्ला विश्वविद्यालय में दो दिवसीय स्थापना दिवस एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन

डित शंभूनाथ शुक्ला  विश्वविद्यालय में दो दिवसीय स्थापना दिवस एवं  सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन

शहडोल। पंडित शंभूनाथ  शुक्ला विश्वविद्यालय शहडोल  के स्थापना दिवस के अवसर में  दो दिवसीय आयोजन आयोजित किये गए प्रथम दिवस की  शुरुआत दिनांक 01 जून को  प्रातः 10  बजे से हुई उक्त आयोजन में पंडित शंभुनाथ शुक्ला जी के प्रतिमा पर पुष्पार्पण और कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया पहले और  दूसरे दिन छात्र -छात्राओं के विकास की विभिन्न गतिविधियाँ विभागीय संचालित की गई। कार्यक्रम के समारोप के समय  विश्वविद्यालय के पुराने परिसर के सभागार में एक भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम न केवल विश्वविद्यालय की गौरवशाली परंपरा को दर्शाता है, बल्कि छात्रों की सांस्कृतिक प्रतिभा को मंच प्रदान करने का एक सशक्त माध्यम भी रहा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलगुरु  प्रो. राम शंकर थे। अपने उद्बोधन में उन्होंने छात्रों को संस्कृति और शिक्षा के समन्वय का महत्व बताया और कहा, "विश्वविद्यालय शिक्षा के साथ-साथ भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों को भी समर्पित है। विद्यार्थियों की प्रतिभा ही किसी संस्था की असली पहचान होती है।"

इसलिए छात्र -छात्राओं के विकास के लिए विश्वविद्यालय द्वारा अलग अलग आयोजनों के माध्यम से मंच प्रदान किया जाता है।  इस गरिमामय आयोजन में पंडित शंभूनाथ शुक्ला  विश्वविद्यालय स्थापना दिवस  की आपको बधाई आइये इस अवसर पर हम यह संकल्प ले की इस गौरवशाली परम्परा को सदैव ऊंचाइयों में ले जाने के लिए तत्पर रहेंगे और कदम मिलाकर साथ चलेंगे। 

कुलसचिव प्रो. आशीष तिवारी ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालय की सतत प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, "शिक्षा के साथ कला, साहित्य और संगीत का समन्वय छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक होता है। इस प्रकार के आयोजन छात्र जीवन में प्रेरणा और आत्मविश्वास का संचार करते हैं।"


इस अवसर पर छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. प्रमोद पांडे, प्रो प्रवीण शर्मा, परीक्षा नियंत्रक प्रो. महेन्द्र भटनागर, परिसर प्रभारी प्रो. गीता सराफ, डॉ. चेतना सिंह, डॉ. पूर्णिमा शर्मा, डॉ. मनीषा तिवारी, डॉ. सौरभ शिवा, डॉ. जितेन्द्र सेन एवं डॉ. सुषमा नेताम सहित अनेक संकाय सदस्य एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का सफल संयोजन एवं संचालन  विभागाध्यक्ष  खेल एवं संगीत  विभाग डॉ. आदर्श तिवारी द्वारा किया गया। संगीत विभाग की ओर डॉ संजीव द्विवेदी एवं कृष्णा साहू के निर्देशन में  से विविध सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिनमें सबसे पहले स्वागत गीत और विश्वविद्यालय कुलगीत प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात देशभक्ति से ओत-प्रोत समूह गायन, लोकगीत, भजन एवं अन्य भावनात्मक गीतों की प्रस्तुति दी गई। छात्रों ने अपने संगीत और गायन कौशल से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम के समापन पर प्रो. गीता सराफ ने सभी अतिथियों, प्रतिभागियों एवं आयोजन समिति का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि, "छात्रों की प्रस्तुतियाँ विश्वविद्यालय की सांस्कृतिक चेतना को जीवंत बनाए रखती हैं। यह कार्यक्रम केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है।"

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ-साथ विभिन्न विषयों के विद्वानों एवं गणमान्यजनों की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस भव्य आयोजन ने स्थापना दिवस समारोह को सार्थकता और गरिमा प्रदान की।

Post a Comment

أحدث أقدم